Gangtok , सिक्किम की राजधानी।
हमारे सफ़रनामा में बात करेंगे seven sister में से एक Sikkim की हसी वादियों की अगर आपको घूमने फिरने का शौक़ है तो ये ब्लॉग आपके लिए हो सकता है खास
हिमालय के पूर्व में बसा गैंगटॉक एक खूबसूरत स्थल जहां के पर्यटन स्थलों की सैर करायेंगे।
Gangtok, Sikkim की राजधानी, एक Business Hub
कई सारे रमणीय स्थल हैं, जिनकी जानकारी यहॉं हम देंगे आपको
टाइम है सैर सपाटे का, आइये चलते है Gangtok की वादियों में
जानेंगे क्या है ख़ास इस सफ़र में, साथ ही आपको बतायेंगे कैसे आप अपने सफ़र को आसान बना सकते हैं
क्या आपको करना चाहिए और क्या नहीं?
Gangtok जाने के लिए दो रास्ते है
1- Siliguri to Gangtok
2- bagdogra to gangtok
Siliguri से जाने के लिए आपको NJP यानि की New Jalpaiguri Railway Station हैं
यहां से आपको SNT यानि Sikkim Nationalised Transport की bushes मिलती है जिसका minimum किराया लगभग 350/- रूपया है
यहॉ आपको private taxi भी मिल जायेंगी जिसका किराया 3000/- से 5000/- रू तक हो सकता है
दूसरा रास्ता bagdogra Air Port से है
यहॉ से भी आप private taxi करके जा सकते हैं
हमारा सफ़र शुरू हुआ दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डे से। दिल्ली के Domestic Airport T-2 terminal से bagdogra की फ्लाइट मिलती है
हमें Airport पर लगभग 2:30 min पहले checkin करना होता है क्योंकि कोविड के दौरान सुरक्षा का ख़ास ख़्याल रखा जा रहा था साथ ही Formalities होने में टाइम भी लगता हैं. अपने पहचान पत्र original रख कर चले
Checkin के बाद बस से हम प्लेन तक गये क्योंकि हम Domestic Flight से सफर कर रहे थे हमारा विमान रनवे पर लगभग 15 min तक दौड़ता रहा उसके बाद विमान ने टेकऑफ किया। दिल्ली से Gangtok की सीधी फ्लाइट नहीं है जिसके कारण आप Bagdogra के लिये जाते हैं
क्योंकि यही सबसे nearest Airport है
हमारी फ्लाइट सुबह 7:30 बजे की थी, लगभग 1 घंटे 40 min के बाद हम Bagdogra Airport पर पहुंचे
क़रीब सुबह 9:40 पर हम लोग Bagdogra Airport से अपना सामान लेकर बाहर आ गये थे
Bagdogra Airport, Air Force के under में आता है जिसके कारण हम कोई फ़ोटो नहीं डाल सकते
बाहर cab driwer wait कर रहे थे सामान set करके हमारा सफ़र शुरू हुआ Gangtok के लिए
Bagdogra से Gangtok का रास्ता लगभग 125 km है, 4:30 घंटे का सफ़र है
कुछ समय के बाद हमारा सामना हुआ तीस्ता नदी से
तीस्ता नदी लगभग 414km लम्बी नदी है जिसका उदगम स्थल पूर्वी हिमालय के पौहुनरी
mountains है।
ये नदी Sikkim, West Bangal और Bangladesh से होती हुई Bay of Bengal में मिल जाती है
तीस्ता नदी, Mangan District, Gangtok District, Pakyong District, Kalimpong district, Darjeeling District, Jalpaiguri District, Cooch Behar Districts और
Rangpo, Jalpaiguri तथा Mekhliganj से होती हुई बहती है.
हमारी गाड़ी भी विभिन्न रास्तों से गुजर रही थी, साथ ही तीस्ता नदी पूरे उफान के साथ बह रही थी,
कभी नदी हमारे दाये तरफ़ तो कभी हम नदी के दायीं तरफ़
Gangtok के लिए New Japlaigudi nearest railway station है जिसकी दूरी लगभग
122km है
NJP से Sikkim Nationalised Transport की बस भी चलती हैं जिसका किराया लगभग
350/- रूपया है तथा AC Bus भी चलती है
Bagdogra से लगभग 84km पर Rangpo पड़ता है जो कि Gangtok जाने के लिए पहला पड़ाव है,
यहां पर एक खूबसूरत दरवाज़ा पडता है जो कि Sikkim-West Bengal को जोडता है
ये सिक्किम का प्रवेश द्वार हैं।
लगभग 15 km चलने के बाद landslide के कारण रास्ता थोड़ा से conjusted हो गया था,
बीच-बीच में कई और जगह हमें रूकना पड़ा क्योंकि बरसात की वजह से landslide हो रहा था
लगभग 5 बजे हम लोग Gangtok पहुंचे। MG ROAD के पास ही हमारा होटल Golden Star Continental & Spa था
जहां पर हमारी accomdation थी
2 घंटे आराम करने के बाद हम लोग निकल गये MG ROAD के लिए, जो लगभग 10 min की दूरी
पर थी
MG Road, Gangtok शहर का एक Business Hub है जहां पर आप घूमने के साथ-साथ Shopping का मजा भी ले सकते हैं
शाम होते होते यहॉं की छटा देखने लायक होती है, हर तरफ रोशनी ही रोशनी
MG Road यानि Mahatma Gandhi Road, Gangtok का एक व्यस्त बाज़ार, जहॉं आपकी
पसंद के अनुसार सामान मिल जाता है पास ही Super Market भी है
खाने के शौकीन लोगों के लिए कई सारे Restaurant भी है। Veg और Non-Veg दोनाे
तरह का खाना मिल जाता है
पहाड़ों की एक विशेषता होती है कि यहां पर दिन भी जल्दी निकल जाता है और शाम भी जल्दी हो जाती है। सुबह 5 बजे ऐसा लगता है मानों 8 बज रहे हों।
कहते हैं स्वस्थ रहने के लिए 8 घंटे की नींद लेना जरूरी होती है जिसकी पूर्ति पहाडों पर अच्छी तरह
से हो जाती है
बहराल सुबह का नाश्ता करके हम निकल गये शहर के दर्शनिय स्थलों को देखने के लिए
सबसे पहले हम पहुंचे Do-Drul Chorten, ये एक बौद्ध स्तूप है इसके चारों ओर 6 से 7 छोटे स्तूप भी बने हैं। ये एक ऊंचे टीले पर स्थित है
यहॉं पहुचनें पर एक आध्यात्मिक शांति का अनुभव हुआ, स्तूप के चारो ओर लगे हुये मंत्रो को घुमाने से वातावरण में शुद्धता का संचार हो रहा था
पास ही पूजा की तैयारी चल रही थी जिसमें हजारों दीपक जल रहे थे।
पास में ही Namgyal Institute of Tibetology है।
नामग्याल तिब्बत अध्ययन संस्थान (Namgyal Institute of Tibetology / एनआईटी) भारत में गैंगटॉक की पहाड़ियों में स्थित तिब्बती साहित्य और शिल्प का अनूठा भंडार है।
भारत में इस प्रकार का एकमात्र संस्थान है। सिकिक्म के शासक 11वें चोगयाल, सर ताशी नामग्याल ने 1958 में इसकी स्थापना की थी।
इस संस्थान को तिब्बत अध्ययन शोध संस्थान, सिकिक्म के नाम से भी जाना जाता है।
पूरे विश्व में मात्र तीन संस्थान ही इस प्रकार के हैं। यह संस्थान बौद्ध दर्शन और बौद्ध धर्म का विश्व विख्यात केन्द्र है।
यहां विभिन्न रूपों और आकारों की लगभग 200 प्रतिमाऐं, पेंटिंग, विज्ञान, धर्म, चिकित्सा, ज्योतिष आदि विषयों की पुस्तकों सहित बहुत सी अमूल्य वस्तुएं मौजूद हैं।
लेपचा और संस्कृत की पांडुलिपियों सहित प्राचीनकाल की अनोखी वस्तुओं की नामावलियों का यहां बहुत अच्छा संग्रह है।
गर्म कपड़े अपने साथ लेकर ज़रूर आयें
Original ID Cards साथ में जरूर रखें
Covid-19 के कारण vaccination report जरूर लेकर चलें
कुछ दवाइयाँ भी रख कर चले
ये लेख आपको कैसा लगा नीचे comment section में हमें जरूर बताएं
आगे हम आपको Gangtok City की और बहुत सारी बातों से रुबरू करवायेंगे
साथ ही आपको Gangtok की खूबसूरत Video भी दिखायेंगे हमारे Youtube Channel wonderzonesonline के माध्यम से तो हमारे channel को अभी subscribe करें